कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं [kabhi pyase ko pani pilaya nahi] लिरिक्स कुमार विशु ने गाया है, लिरिक्स राजू राजस्थानी ट्रेडिशनल ने लिखे हैं, म्यूजिक महेश प्रभाकर ने तैयार किया है।
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi Detail
📌 Bhajan | Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi |
🎤 Singer | Kumar Vishu |
✍️ Lyrics | Raju Rajasthani Traditional |
🎼 Music | Mahesh Prabhakar |
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi Lyrics in Hindi and English
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi Lyrics in Hindi
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
कभी गिरते हुए को उठाया नहीं,
बाद आंसू बहाने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
मैं तो मंदिर गया, पूजा आरती की,
पूजा करते हुए यह ख़याल आ गया ।
कभी माँ बाप की सेवा की ही नहीं,
सिर्फ पूजा के करने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
मैं तो सतसंग गया, गुरु वाणी सुनी,
गुरु वाणी को सुन कर ख्याल आ गया ।
जनम मानव का ले के दया ना करी,
फिर मानव कहलाने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
मैंने दान किया मैंने जप तप किया,
दान करते हुए यह ख्याल आ गया ।
कभी भूखे को भोजन खिलाया नहीं,
दान लाखों का करने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
गंगा नहाने हरिद्वार काशी गया,
गंगा नहाते ही मन में ख्याल आ गया ।
तन को धोया मनर मन को धोया नहीं
फिर गंगा नहाने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
मैंने वेद पढ़े मैंने शास्त्र पढ़े,
शास्त्र पढते हुए यह ख़याल आ गया ।
मैंने ज्ञान किसी को बांटा नहीं,
फिर ग्यानी कहलाने से क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
माँ पिता के ही चरणों में ही चारो धाम है,
आजा आजा यही मुक्ति का धाम है ।
पिता माता की सेवा की ही नहीं,
फिर तीर्थों में जाने का क्या फ़ायदा ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं,
बाद अमृत पिलाने से क्या फ़ायदा ।
कभी गिरते हुए को उठाया नहीं,
बाद आंसू बहाने से क्या फ़ायदा ॥
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi Lyrics in English
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahin,
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda,
Kabhi Girte Hue Ko Uthaya Nahi,
Baad Aansoo Bahane Se Kya Faayada,
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahi,
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda,
Main To Mandir Gaya, Pooja Aarti Kee,
Puja Karte Hue Ye Khayaal Aa Gaya,
Kabhi Maa Baap Ki Sewa Ki Hi Nahi,
Sirf Pooja Ke Karne Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda,
Main To Satsang Gaya Gurvaani Suni,
Gurvaani Ko Sunkar Khayal Aa Gaya,
Janm Manav Ka Leke Daya Na Kari
Phir Manav Kehlane Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda
Maine Daan Kiya Maine Jap Tap Kiya,
Daan Karte Hue Ye Khayal Aa Gaya,
Kabhi Bhookhe Ko Bhojan Khilaya Nahi,
Daan Laakhon Ka Karne Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda
Ganga Nahane Haridwar Kaashi Gaya,
Ganga Nahate Hi Man Mein Khayal Aa Gaya,
Tan Ko Dhoya Magar Man Ko Dhoya Nahi
Phir Ganga Nahane Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda
Maine Ved Padhe, Maine Shaashtra Padhe,
Shaastra Padhte Hue Ye Khayala Aa Gaya,
Maine Gyan Kisi Ko Baanta Nahin,
Phir Gyani Kehlane Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda
Maa Pita Ke Hi Charnon Mein Chaaron Dhaam Hain,
Aaja Aaja Yahi Mukti Ka Dhaam Hai,
Pita Mata Ki Sewa Ki Hi Nahi,
Phir Teerthon Mein Jaane Se Kya Faayda,
Kabhi Pyase Ko Paani Pilaya Nahin,
Baad Amrit Pilane Se Kya Faayda,
Kabhi Girte Hue Ko Uthaya Nahi,
Baad Aansoo Bahane Se Faayda